তুমি আগে জাগো৷ ঈশ্বর তখনও ঘুমন্ত থাকেন৷তুমি আগে ঘুম থেকে উঠে, কষ্ঠ ও আনন্দ অনুভব করো। পৃথিবীর খুঁত সৌন্দর্য নিয়ে সচেতন হয়ে ওঠো। তখন তুমি সবটুকু দিয়ে, সাহায্যের জন্য আর্তনাদ করো আর অবশেষে তার শরনাপন্ন হও এবং ঈশ্বর জেগে ওঠেন । আর তোমার মধ্যে যখন ঈশ্বর জেগে ওঠেন তখন কোনো দ্বৈততা থাকে না ৷
ঈশ্বর ও তুমি দুজনেই যখন ঘুমন্ত অবস্থায় থাকো, তা হল জড়তা। যখন ‘অহম্’ ঘুমিয়ে থাকে তখন কোনো উপলব্ধি হয় না।
ঈশ্বর তোমার মধ্যে বীজ আকারে রয়েছেন। তিনি যখন জাগ্রত অবস্থায় থাকেন তখন তুমি থাকো না। এই ব্রহ্মান্ডের প্রতিটি পরমাণুর মধ্যে ঈশ্বর রয়েছেন। প্রথমে তুমি জেগে উঠে ঈশ্বরকে জাগিয়ে তোলো। আর ঈশ্বর জাগলে তুমি বা পার্থিব জগৎ কিছুরই অস্তিত্ব থাকে না।
মুনি ঋষিগণ একটি মজার প্রথা প্রচলন করেছিলেন। প্রতিদিন ভোরে ঈশ্বরকে জাগানোর এক প্রথা ৷ এটির নাম দেন ‘সুপ্রভাতম’৷ এই রীতিটি অনেকের কাছে হাস্যকর, কারণ তারা এর অন্তর্নিহিত মানেটি জানেন না। একমাত্র জাগ্রত ঈশ্বরই অনুভব করেন ঈশ্বর সর্বত্র সুপ্ত অবস্থায় বিরাজমান। (হাসি)
বৃন্দা : আমরা কেন জাগব ?
শ্রী শ্রী : কারণ তুমি ঘুমিয়ে নেই। তুমি যদি ঘুমিয়ে থাকতে তবে প্রশ্ন করলে কিভাবে ?
বিল : আমাদের কে জাগিয়ে তোলে ?
শ্রী শ্রী : এই উত্তরটি অনুসন্ধান করে জান ।
🪴🌷 জয় গুরুদেব 🌷🪴
Weekly Knowledge #1⃣5⃣6⃣
Curepipe
03 Jun 1998
Mauritius
WHO WAKES UP FIRST?
Who Wakes Up First? You Or God?
You wake up first. God is still asleep. When you wake up first, you experience pain and pleasure. You become aware of the shortcomings of the world and its beauty. Then you cry for help and seek the ultimate and then you wake up God. And when God is awakened in you, there is no “two.”
When both God and you are asleep, there is inertia. When the “I” is asleep, there is no experience.
God is in you in seed form. When he wakes up, you cease to exist. God is asleep in every particle in this universe. It’s you who wakes up first and then you awaken God. And when God wakes up, neither you nor the world remain.
The rishis made a mockery. They created a practice of awakening God every morning. They call it Suprabhatam service. Many find this ridiculous because they don’t understand the depth of it. Only awakened God can see that God is asleep everywhere. [Laughter.]
Brinda: Why should we wake up?
Sri Sri: Because you are not asleep. If you were asleep, how can you ask the question?
Bill: Once you are awake, can you go back to sleep?
Sri Sri: If you have not had tea, of course.
Bill: Who wakes us up?
Sri Sri: You figure that out.
🌸Jai GuruDev🌸
साप्ताहिक ज्ञानपत्र १५६
३ जून, १९९८
मौरिशियस
कौन पहले उठता है?
कौन पहले उठता है- तुम या ईश्वर ?
तुम पहले उठते हो- जब कि ईश्वर सोए हैं।
जब तुम उठते हो, तुम सुख औऱ दुख अनुभव करते हो। तुम संसार के सौंदर्य और कमियों के प्रति सजग होते हो। फिर, जब तुम परम को खोजते हो, मदद की तुम्हारी पुकार ईश्वर को जगाती है। और जब तुममे ईश्वर जाग्रत होते है , तब कोई”दो” नही।
इस सृष्टि के कण कण में ईश्वर सोए है। ईश्वर बीज रूप में तुम्हारे अंदर है। जब वे जागते है, न तुम रहते हो, न संसार।
प्रत्येक सुबह ऋषियो ने ईश्वर को जगाने की एक नाटकीय प्रथा करी। इसे सुप्रभत्तम सेवा कहते है। बहुत लोगो को यह विचित्र प्रतीत होता है क्योंकि वे इसकी गहनता को नही समझते। सिर्फ जाग्रत ईश्वर ही देख सकते है कि ईश्वर सब जगह होए है। (हंसी)
प्रश्न: हमे जागना क्यो है?
श्री श्री: क्योकि तुम सोए नही हो। यदि तुम से हो, तो तुम यह
प्रश्न कैसे पूछ सकते हो?
प्रश्न: एक बार जागने के बाद क्या कोई वापस सो सकता है?
श्री श्री: बिल्कुल, यदि तुमने चाय नही पी है।
प्रश्न: हमें कौन जगाता है?
श्री श्री: तुम इसका पता लगाओ।
🌸जय गुरुदेव🌸